'मन की बात भारत @ 100 की नींव है': उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़
मन की बात ने स्थानीय कलाओं और कारीगरों, पूर्वोत्तर और अन्य राज्यों की लोकप्रिय संस्कृति के लिए एक बाजार स्थल तैयार किया है: उपराष्ट्रपति VP
मन की बात के माध्यम से प्रधानमंत्री का संबोधन देश के लिए सकारात्मकता का प्रतीक है: उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने 'मन की बात @100' सम्मेलन का उद्घाटन किया, इस अवसर पर दो पुस्तकों का विमोचन भी किया
उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने आज कहा कि 'मन की बात' कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को पूरा करने के साथ ही यह 'इंडिया@100' की नींव बन जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत 2047 में जब अपनी स्वतंत्रता का शताब्दी समारोह मनाएगा तो दुनिया में शीर्ष स्थान पर होगा।
श्री धनखड़ ने सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन 'मन की बात @ 100' का उद्घाटन करते हुए कहा कि मन की बात देश के कोने-कोने तक पहुंची और पहुंच और लोकप्रियता में अद्वितीय है। उन्होंने स्थानीय कला और कारीगरों को पहचान और ब्रांड वैल्यू देने और उनके लिए बाजार स्थाल तैयार करने के लिए कार्यक्रम को भी श्रेय दिया।
उपराष्ट्रपति महोदय ने कहा कि मन की बात ने स्वच्छ भारत, बेटी बचाओ बेटी पढाओ जैसी सरकार की प्रमुख पहलों को एक बड़ी प्रेरणा दी और उन्हें जन आंदोलनों में बदल दिया। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का संबोधन कोविड महामारी के दौरान राष्ट्र के लिए 'सकारात्मकता का प्रकाश पुंज' था।
श्री धनखड़ ने कार्यक्रम के 100वें एपिसोड (30 अप्रैल 2023 को प्रसारित होने के लिए निर्धारित) को एक ऐतिहासिक महत्वपूर्ण उपलब्धि बताते हुए कार्यक्रम की सराहना की और पूर्वोत्तर और अन्य राज्यों की संस्कृति और त्योहारों को लोकप्रिय बनाने और मुख्यधारा में लाने के लिए एक प्रभावी मंच के रूप में सेवा की। उन्होंने कहा, 'मन की बात, वास्तव में, हमारी सभ्यता और लोकाचार की भावना का प्रतिबिंब है।'
उपराष्ट्रपति ने सभी से राष्ट्र की उपलब्धियों पर गर्व करने का आह्वान करते हुए बल देकर कहा कि व्यक्ति को 'हमेशा राष्ट्र को पहले रखना चाहिए'। उन्होंने कहा कि भारत के विकास की कहानी 'नारी शक्ति' से भी रेखांकित होती है, जिसका उदाहरण एक आदिवासी महिला को देश के राष्ट्रपति के रूप में चुना जाना है। उन्होंने विभिन्न कल्याणकारी पहलों जैसे प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और अन्य योजनाओं को देश में सामाजिक-आर्थिक स्थिति में प्रतिमान परिवर्तन के संकेत के रूप में भी रेखांकित किया।
श्री धनखड़ ने आयोजन के दौरान, कॉफी टेबल बुक 'माई डियर फेलो सिटिजन्स...' का विमोचन किया। सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा प्रकाशित पुस्तक, रेडियो कार्यक्रम में माननीय प्रधानमंत्री द्वारा उल्लिखित 100 से अधिक प्रेरक कहानियों की झलक प्रस्तुत करती है। उन्होंने प्रसार भारती के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी, श्री शशि शेखर वेम्पति द्वारा लिखित एक पुस्तक "कलेक्टिव स्पिरिट, कंक्रीट एक्शन" का भी विमोचन किया। यह पुस्तक 'मन की बात' कार्यक्रम के राष्ट्र पर प्रभाव का वर्णन करती है।
उद्घाटन के अवसर पर सूचना और प्रसारण तथा युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री श्री अनुराग सिंह ठाकुर, सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री अपूर्व चंद्रा, प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री गौरव द्विवेदी उपराष्ट्रपति के साथ थे। फिल्म जगत की हस्तियां, सुश्री किरण बेदी, श्री आमिर खान, सुश्री रवीना टंडन, श्री रिकी केज, सुश्री निकहत ज़रीन जैसी प्रतिष्ठित हस्तियां और उद्घाटन के बाद विभिन्न सत्रों के पैनलिस्ट भी उपस्थित थे। देश के विभिन्न हिस्सों से लगभग 100 सम्मानित नागरिक ने भी इस कार्यक्रम में भाग लिया, जिनका उल्लेख प्रधानमंत्री ने "मन की बात" के विभिन्न कार्यक्रमों में किया है।