12 अक्टूबर, 2022 को सूरत, गुजरात में 36वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह में माननीय उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ का संबोधन।

सूरत | अक्टूबर 12, 2022

ऊर्जा और उत्साह से औत परोत गुजरात राज्य में आमंत्रित करने के लिए मैं आप सभी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।
गुजरात की धरती पर पहला कदम रखते ही ऊर्जा और उत्साह का संचार महसूस किया जा सकता है।
मैं गुजरात के लोगों की ऊर्जा की सराहना करता हूं।
उप-राष्ट्रपति का पदग्रहण करने के पश्चात यह मेरी गुजरात की प्रथम यात्रा है।
इस दृश्य को देखकर मैं अभिभूत हूं।
इस मिट्टी को नमन करता हूं।
यहां के सपूतों ने हर काल खण्ड में देश की सेवा में कीर्तिमान हासिल किये है और बखूबी कर रहें हैं।
Historic contributions have been made in pre independent era, post independent era and presently by sons of Gujarat. Nation shall be ever beholden to them.
Demographic Dividend भारत की बड़ी ताक़त है। भारत एक गतिशील राष्ट्र, एक युवा देश के रूप में उभरा है।
अलग चीजें कर रहा है और चीजों को अलग तरह से कर रहा है। यह सफल और भव्य आयोजन इसका प्रतीक है।
36वें राष्ट्रीय खेलों का भव्य आयोजन गुजरात की बड़ी नवीनतम उपलब्धि है।
We have seen combination of physical stamina and mental strength. Both are requirements of healthy sportsmanship.
36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों और सर्विसेज से 14,500 से अधिक खिलाड़ियों, कोचों और अधिकारियों का अदभूत संगम से मैं अभिभूत हूँ।
सुखद विषय है की भागीदारी के साथ, यह खेल आयोजन बेहद सफल रहा और एक नया मानदंड भी स्थापित किया।
इस अवधि के दौरान कई रिकॉर्ड टूटे, भविष्य के कई चैंपियन खोजे गए और खेल और राष्ट्रीय भावना मजबूत हुई।
इस शानदार उपलब्धि के लिए राज्य सरकार, भारतीय ओलंपिक संघ, खिलाड़ियों, कोचों, सहयोगी स्टाफ और अन्य सभी लोगों को मेरी ओर से हार्दिक बधाई।
हमारे एथलीट राष्ट्रमंडल खेलों, एशियाई खेलों और ओलंपिक जैसे अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में असाधारण प्रदर्शन कर रहे हैं।
गुजरात सरकार के प्रयास से, एथलीटों और विशेष रूप से उभरते खिलाड़ियों को अपने देश में एक समान मंच मिला।
Emergence of rural talent is a remarkable success of the new echo system. This is a game changer due to new sports culture driven by merit and fair selection. 
मेरा मानना है कि राष्ट्रीय खेल जैसे मंच केवल एक प्रतियोगिता नहीं हैं, ये ऐसे प्लेटफॉर्म हैं जहां युवा भारत के सपनों को साकार किया जाता है।
देश के हर कोने से खिलाड़ियों की उपस्थिति और भागीदारी तथा देश भर से आये खिलाड़ियों का एक जगह होना, इससे सांस्कृतिक आदान-प्रदान होता है और खिलाड़ियों में आपसी लगाव और संबंध बढ़ते हैं।
राष्ट्रीय एकता को मजबूत करते हुए यह कार्यक्रम आजादी के अमृत महोत्सव की भावना को दर्शाता है।
इस आयोजन की सफलता और massive world class infrastructure को देखकर मैं आशावान हूँ की वो समय दूर नहीं जब देश Olympics को host करेगा।
I have no doubt that the day is not far when Bharat will host Olympics.
World class infrastructure in Gujarat is enormously benefiting the Nation. This is indicative of changing sports echo system in the country.
खेलों के प्रति हमारे दृष्टिकोण में बदलाव देखकर मुझे प्रसन्नता हो रही है। प्रधान मंत्री जी ने अनेक सार्थक कदम उठाकर देश में ऐक नई सोच और ऊर्जा का संचार किया है।
Gratifying to not that Hon’ble Prime Minister has given a new dimension to sports in the country. There is massive infrastructure growth.
खेल को अब जीवन शैली के रूप में देखा जाने लगा है।
Healthy mind in Healthy body underlines need of sports.
Sportsmanship generates discipline and nationalism.
हाल के वर्षों में देशभर में खेलों को एक संस्कृति के रूप में बढ़ावा देने के लिए स्वस्थ इकोसिस्टम विकसित किया गया है।
मेरे समक्ष बदलते हुए भारत की तस्वीर है यहां का यह स्टेडियम। हर्ष का विषय है कि देश में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर विशेष बल दिया जा रहा है।
गर्व का विषय है कि विगत वर्ष ही 1.32 लाख दर्शकों की क्षमता वाले विश्व के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन गुजरात में किया गया है।
प्रधानमंत्री जी ने खेलों के लिए समर्पित भाव से प्रयास किये हैं। हर योग्य खिलाड़ी को उसकी प्रतिभा के चमकाने हर संभव साधन व अवसर प्रदान किये जा रहे हैं।
हाल के समय में खेलों और खेल से जुड़ी संस्थाओं में पारदर्शिता स्थापित हुई है और नतीजे हमारे सामने हैं।
निरंतर भारत के युवा अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। भारत की इस बढ़ती क्षमता को देखते हिए मुझे पूर्ण विश्वास है कि अब वो दिन अब दूर नहीं है जब ओलंपिक खेलों के भारत में आयोजन को लेकर हमारी जोरदार दावेदारी होगी।
टोक्यो ओलंपिक में जब भारतीय महिला हॉकी टीम मेडल जीतने से बाल-बाल चूक गयी तो, प्रधानमंत्री जी ने उनसे बात करके हौसला बढ़ाया।
It was touching and heartwarming moment. Prime Minister of the Country personally speaking to every member of our Woman’s Hockey Team after they narrowly missed a medal at Tokyo Olympics.
इसने न केवल युवा टीम को भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करने का जज्बा दिया बल्कि प्रधानमंत्री जी का यह कदम हर भारतीय का दिल छूने वाला था।
खेल में हार जीत का अपना महत्व है पर यह अंतिम लक्ष्य नहीं है। खेल से एक भावना जाग्रत होती है।
More than victory or defeat it is the sportsmanship that matters.
हाल के वर्षों में देशभर में खेल से संबंधित बुनियादी ढांचे को उन्नत करने के लिए असाधारण प्रयास हुए हैं। गुजरात अनुकरणीय उदाहरण है।
यह गर्व का विषय है कि खिलाड़ियों ने आयोजन के दौरान उच्चतम स्तर की खेल भावना का प्रदर्शन किया। खेल जीतना या हारना नहीं होता- इसका मतलब हिस्सा लेने से है।
खेल अनुशासित जीवन शैली को भी बढ़ावा देता है। यह हमारे गुरुओं के प्रति सम्मान और अपने साथियों व प्रतिस्पर्धियों के प्रति सहानुभूति की भावना पैदा करता है।
मुझे यकीन है कि कई खिलाड़ी अब गरबा के बेसिक स्टेप्स जान चुके होंगे और वे इन प्यारी यादों को लेकर अपने गृह राज्यों को लौटेंगे।
राष्ट्रीय खेल वास्तव में खेल के जरिए हम सभी को एकजुट करते हैं। ये सभी एथलीटों के लिए एक जीवन भर के संबंध भी विकसित करते हैं और उनमें सौहार्द्र की भावना मजबूत होती है।
Athletes will carry fond memories and new enthused spirit of nationalism from here.
गुजरात आकर बेहद खुश हूं। मैं एक बार फिर सभी एथलीटों और उनके कोचों को 36वें राष्ट्रीय खेलों के दौरान असाधारण प्रदर्शन और समर्पण के लिए उन्हें बधाई देता हूं।
मैं गुजरात सरकार को 36वें राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन के लिए भी बधाई देता हूं।
गुजरात कभी रुकता नहीं, भारत कभी ठहरता नहीं और मुझे विश्वास है कि निकट भविष्य में ऐसे कई और खेल के आयोजन देखने को मिलेंगे।
संतोष और उपलब्धि की गहरी भावना के साथ मैं 36वें राष्ट्रीय खेलों के आधिकारिक समापन की घोषणा करता हूं।
खेलों के अनुकरणीय और सफल आयोजन के लिए आयोजकों को मेरी बधाई।
37वें राष्ट्रीय खेलों के लिए शुभकामनाएं।