भारत के उपराष्ट्रपति ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर अपने देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी।
76वें स्वतंत्रता दिवस के आनंदमय अवसर पर मैं अपने देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ देता हूं।
आज, जब हम पिछले पचहत्तर वर्षों में हुई अपार प्रगति का उत्सव मना रहे हैं, तो हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हमने यह स्वतंत्रता कितनी कठिनाई से पाई है। स्वतंत्रता दिवस उन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने और श्रद्धांजलि देने का अवसर है जिनके साहस और बलिदान ने हमें दमनकारी औपनिवेशिक शासन से आजादी दिलाई।
आज का दिन आधुनिक भारत के उन निर्माताओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का भी अवसर है जिनकी कड़ी मेहनत और समर्पण ने एक संप्रभु, स्थिर और मजबूत गणराज्य की नींव रखी। आज भारत संभावनाओं से भरा देश है, जो सर्वांगीण विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है।
चूंकि भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, यह हमारे महान क्रांतिकारियों और स्वतंत्रता सेनानियों की प्रेरक कहानियों को याद करने और फिर से सुनाने का समय है ताकि युवा पीढ़ी को देशभक्ति, बलिदान और सेवा के गुणों को आत्मसात करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
इस स्वतंत्रता दिवस पर, आइए हम 'भारत' के सभ्यतागत लोकाचार और संवैधानिक मूल्यों को बनाए रखने की पुन: प्रतिज्ञा करें तथा एक समावेशी, प्रगतिशील और समृद्ध भारत के निर्माण की गति को और तेज करने के लिए स्वयं को पुनर्समर्पित करें।