नए केंद्रीय मंत्रियों ने उपराष्ट्रपति से मुलाकात की
केंद्रीय मंत्रिमंडल के नए मंत्रियों ने भारत के उपराष्ट्रपति श्री एम. वेंकैया नायडु से मुलाकात की और उन्हें अपने-अपने संबंधित मंत्रालयों द्वारा किए गए कार्यकलापों से अवगत कराया।
आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हरदीप सिंह पुरी ने कल उपराष्ट्रपति से मुलाकात की। चर्चा के दौरान, उपराष्ट्रपति ने इस बात पर संतुष्टि व्यक्त की कि 'स्मार्ट सिटीज' और आवासन जैसी योजनाओं की बहुत अच्छी शुरुआत हुई है और सुझाव दिया है कि आगामी महीनों में इस गति को जारी रखते हुए कार्यान्वयन में तेजी लाई जानी चाहिए।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री श्री थावर चन्द गहलोत के साथ अपनी मुलाकात में, श्री नायडु ने दिव्यांगजनों के कौशल विकास, पुनर्वास और सशक्तिकरण के लिए विभिन्न योजनाओं को सुदृढ़ करने पर बल दिया। उन्होंने कोल्हापुर में एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए मंत्री महोदय के निमंत्रण को स्वीकार किया, जिसमें 10,000 से अधिक दिव्यांगजनों को विशेष सहायता और सहायक उपकरण प्रदान किए जाएंगे।
आज सुबह, रेल तथा वाणिज्य और उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने उपराष्ट्रपति से मुलाकात की। श्री गोयल के साथ अपनी बातचीत के दौरान, उपराष्ट्रपति ने उन्हें नई परियोजनाओं को शुरू करने से पहले वर्तमान में चल रही परियोजनाओं की प्रगति में तेजी लाने की सलाह दी।
रेल मंत्री ने उन्हें आंध्र प्रदेश में विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति के बारे में भी बताया, जिनमें दक्षिण तटीय रेलवे ज़ोन (विजाग ज़ोन), वेंकटचलम - वेल्लिकालु और ओबुलवरिपल्ले - चेरलोपल्ली (कृष्णापटनम - ओबुलवरिपल्ले रेल लाइन परियोजना का हिस्सा) के बीच नई रेलवे लाइन, नेल्लोर रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास और कृष्णापटनम और ओबुलवनिपल्ले स्टेशनों के बीच सभी रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं के लिए उठाए जा रहे कदम शामिल हैं।
नम्बुरु (आंध्र प्रदेश) - इरुपलेम (तेलंगाना) रेलवे लाइन का उल्लेख करते हुए, श्री नायडू ने कहा कि 106 किलोमीटर की रेलवे लाइन राज्य की राजधानी अमरावती से संपर्क की सुविधा प्रदान करेगी और यह इच्छा व्यक्त की कि इसका शीघ्र कार्यान्वन सुनिश्चित करने के लिए दोनों राज्य और केंद्र टीम इंडिया की भावना के साथ काम करे।
नादिकुड़ी - श्रीकलाहस्ती रेलवे लाइन के कार्यान्वन में कुछ अड़चनों के संबंध में, उपराष्ट्रपति ने परियोजना को शीघ्र पूरा करने के लिए आंध्र प्रदेश सरकार से बात करने का आश्वासन दिया।
पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री, श्री गिरिराज सिंह ने उपराष्ट्रपति से मुलाकात की और अपनी बातचीत में उपराष्ट्रपति ने सुझाव दिया कि वर्तमान में जारी विभिन्न पहलों, जिनमे ग्रामीण अर्थव्यवस्था और निर्यात में सुधार लाने की काफी संभावना है, में तेजी लाने हेतु इनपुट प्राप्त करने के लिए जलीय कृषि और समुद्री संस्कृति के साथ-साथ कुक्कुट पालन और डेयरी में लगे उद्यमियों के साथ विचार- विमर्श सत्र का आयोजन किया जा सकता है।
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री तथा वस्त्र मंत्री श्रीमती स्मृति जूबिन इरानी ने उपराष्ट्रपति से मुलाकात की। उपराष्ट्रपति ने सुझाव दिया कि बाल श्रम एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर सम्मिलित कार्रवाई किए जाने की आवश्यकता है और बाल अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा की गई पहलों में सहायता प्रदान करने का प्रस्ताव किया।